मणिमहेश की यात्रा में इस बार हमें भारी तबाही का मंजर देखने को मिला है वही इस तबाही में अगर श्रद्धालुओं की बात करें तो पंजाब के जितने भी श्रद्धालु आए थे उनको उनकी बाइक और गाड़ी भरमौर में ही छोड़कर वापस अपने घर जाना पड़ा
और कल पठानकोट बस स्टैंड पर सभी पंजाब के लोग अपनी गाड़ियां वापस भरमौर लेने जा रहे थे लेकिन HRTC की बसें पठानकोट बस स्टैंड पर रात को 1:30 पर पहुंचनी थी लेकिन वह बस बहुत लेट हो गई जब वहां खड़े लोगों ने कंडक्टर से संपर्क साधा तो कंडक्टर ने बताया कि बस थोड़ी लेट हो गई है तो 2:00 के बाद पहुंचेगी यात्री तब तक बस का इंतजार करते रहे और एक ही बस में बहुत सारे यात्री चढ़ गए जिससे बस पूरी भर गई फिर हिमाचल पथ परिवहन के ड्राइवर ने एक विकल्प ढूंढा उनके जाने के थोड़ी देर बाद एक और चंडीगढ़ देहरादून बस पठानकोट बस स्टैंड पर पहुंचनी थी
उन्होंने उसे बस का इंतजार किया थोड़े लोगों को अपनी बस से उतार कर दूसरी बस में चढ़ा दिया जिससे दोनों तरफ सवारियां बराबर हो गई लेकिन हिमाचल पथ परिवहन के ड्राइवर को जानकारी मिली के रास्ते में दुनेरा के पास सड़क धसने से गाड़ियां वहां से नहीं जा सकती है वहीं जब सुबह उनको थोड़ी सी जानकारी मिली की सड़क ठीक है तो उन्होंने जाने की कोशिश करी
लेकिन पंजाब पुलिस को पहले ही यह उनके बड़े अधिकारियों से आदेश मिल चुका था कि आप लोगों को चंबा की तरफ चक्की मार्ग से बड़े वाहनों को वहां से नहीं जाने देना है और पुलिस वालों ने रास्ता बंद कर दिया वही जो लोग अपनी बाइक के और गाड़ी लेने भरमौर जा रहे थे उनका गुस्सा प्रशासन और हिमाचल पथ परिवहन के ड्राइवर के ऊपर उतर पड़ा उन्होंने दो ही मांगे रखी
की या तो हमारा किराया वापस किया जाए या तो हमें किसी तरह चंबा पहुंचाया जाए फिर उन्होंने जब पुलिस प्रशासन से बात करी आदेश मिले हैं कि हम आपके यहां से जाने ना दे फिर यात्रियों ने 112 नंबर पर फोन कर दिया और 112 नंबर की पुलिस तत्काल वहां पर पहुंच गई जो की एक सराहनीय बात है और उन्होंने वहां 60-70 लोगों की बात सुनी और उसे पर अमल किया लेकिन वह भी कुछ नहीं कर पाए क्योंकि पुलिस के बड़े अधिकारियों के आदेश मिले थे कि चंबा की तरफ किसी भी गाड़ी को नहीं दिया जाना चाहिए
फिर वहां खड़े यात्रियों ने चक्का जाम करने की कोशिश की और जब अधिकारियों को इस बात का एहसास हो गया कि यह यात्री मानने वाले नहीं है तो पुलिस प्रशासन की ओर से एक पहल की गई उन्होंने बताया की जो सबसे पहले रात को बस आई थी उसी को पहले भेजा जाए अगर वह बस अगर दुनेरा से पास हो जाती है तो हम बाकी गाड़ियों को भी भेज देंगे और जैसे ही न्यूप्रेम बस वहां से पास हुई तो पीछे से सारी गाड़ियों को भेज दिया गया लेकिन इसके चलते जो है वह पंजाब और हिमाचल के यात्री जो उसे बस में बैठे थे उनका काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा

